Uttarpradesh: जानवरों पर गर्मी की मार, सूख रही दूध की धार हरे चारे की समस्या से जूझ रहे हैं किसान

Uttarpradesh: कोपागंज मऊ। जून के महीने मे आसमान से बरसती आग से पशुधन झुलस गया है। गर्मी की मार से पशु बेहाल हैं। तभी तो भीषण गर्मी में दुधारू पशुओं ने दूध देना कम कर दिया है। पशुपालक परेशान हैं। दूध की गिरावट की मार सबसे अधिक उन गरीब पशुपालकों पर पड़ रही है। इनके परिवार की रोजी रोटी दूध बिक्री पर ही आधारित है। गर्मी के मौसम में दुधारु पशुओं में दूध की कमी हो जाती है और दूध का उत्पादन कम हो जाता है। भीषण गर्मी में पशुओं ने दूध देना कम कर दिया है। आसमान से बरसती आग से दूध उत्पादन गिरने लगा है।
इससे हजारों रुपये का नुकसान पशुपालकों को हो रहा है। तापमान 41 डिग्री के पार पहुंच गया है। ऐसे में गाय और भैंस 15 से 20 फीसद तक कम दूध दे रही हैं। दूध का उत्पादन गर्मी में गिर जाने से पशुपालक परेशान हैं, उन पर दोहरी मार पड़ रही है। पशु चिकित्सकों का कहना है कि सूरज की आग उबलने से पशुओं की सेहत पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। उधर किसानों का कहना है कि जानवरों परवरिश पर इन दिनों अधिक खर्चा करना पड़ रहा है। जबकि पशु दूध कम दे रहे हैं। गर्मी के मौसम में हरे चारे की दिक्कत है।
पशु चिकित्साअधिकारी के के चौहान ने पशुपालकों को अहतियात बरतने की सलाह दी है।