
PM Modi in Berlin: अपनी 3 दिवसीय यात्रा के पहले दिन बर्लिन से प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) प्रवासी भारतीयों को संबोधित कर रहे हैं. पीएम के संबोधन के दौरान पूरे ऑडिटोरियम में भारत माता की जय के नारे गूंजने लगे. PM मोदी ने बोला, ‘आज सुबह मैं बहुत हैरान था कि यहां इतनी ठंड है लेकिन कईं छोटे छोटे बच्चे भी सुबह 4-4.30 बजे आ गए थे. आपका ये प्यार और आपका आशीर्वाद मेरी बहुत बड़ी ताकत है.’
‘करोड़ों भारतीयों की क्षमता के बारे में बात’
बर्लिन में पीएम मोदी बोले, आज मैं यहां न तो अपने बारे में बात करने आया हूं और न ही मोदी सरकार की. मैं आपसे करोड़ों भारतीयों की क्षमताओं के बारे में बात करना चाहता हूं और उनकी प्रशंसा करना चाहता हूं. जब मैं करोड़ों भारतीयों की बात करता हूं, तो इसमें न केवल वहां रहने वाले लोग शामिल होते हैं, बल्कि यहां रहने वाले भी शामिल होते हैं
जनता ने सरकार को बनाया मजबूत
बर्लिन में पीएम मोदी ने कहा, ‘हम इस साल आजादी के 75 साल मना रहे हैं. मैं पहला पीएम हूं जो स्वतंत्र भारत में पैदा हुआ था. आजादी के 100 साल पूरे होने के समय भारत जिस शिखर पर होगा, भारत दृढ़ता से कदम दर कदम उठा रहा है और उस लक्ष्य की ओर तेजी से चल रहा है. भारत की जनता ने पिछले 3 दशकों के राजनीतिक रूप से अस्थिर माहौल को एक बटन दबाकर समाप्त कर दिया. 30 साल बाद 2014 में पूर्ण बहुमत वाली सरकार चुनी गई और 2019 में भारत की जनता ने सरकार को मजबूत बनाया.
‘विकास चाहता है आज का युवा’
पीएम ने बताया कि भारत का युवा क्या चाहता है. वो बोले, ‘आज का आकांक्षी भारत, आज का युवा भारत, देश का तेज विकास चाहता है. वो जानता है कि इसके लिए राजनीतिक स्थिरता और प्रबल इच्छाशक्ति कितनी आवश्यक है. इसलिए भारत के लोगों ने तीन दशकों से चली आ रही राजनीतिक अस्थिरता के वातावरण को एक बटन दबाकर खत्म कर दिया.’
जनता का पैसा घिस लेता था ‘पंजा’
पीएम मोदी ने भारत में सस्ते इंटरनेट और डिजिटल ट्रांजैक्शन पर जोर देते हुए कहा कि भारत में बिना कैश लिए लोग अब अपने जीवन को सुलभ बना रहे हैं. आज का युवा गांव के इलाकों में भी मोबाइल से ऑनलाइन ट्रांजैक्शन कर अपना काम पूरा कर लेता है. उन्होंने इसी बीच कांग्रेस पर भी प्रहार बोला और कहा कि अब अगर कोई किसी को 1 रुपया भेजता है तो वो सीधा उसके खाते में पहुंच जाते हैं. ये पहले का दौर नहीं है जहां पीएम को कहना पड़े कि 15 पैसा खाते में पहुंचता है. उन्होंने करारा हमला बोलते हुए जनता से पूछा कि मैं आज तक नहीं समझ पाया कि वो कौन सा पंजा था जो जनता के 85 पैसे घिस लेता था.
‘भारत में स्टार्ट अप्स की भरमार’
नया भारत अब सिर्फ सिक्योर फ्यूचर की नहीं सोचता, बल्कि रिस्क लेता है, इनोवेट करता है, इन्क्युबेट करता है. मुझे याद है, 2014 के आसपास हमारे देश में 200-400 ही स्टार्ट अप्स हुआ करते थे. आज 68 हजार से भी ज्यादा Start-Ups हैं, दर्जनों Unicorns हैं. आज सरकार innovators के पांवों में जंजीर डालकर नहीं, उनमें जोश भरकर, उन्हें आगे बढ़ा रही है