
पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) ने पटियाला में हुई घटना के लेकर सोमवार को शाम कैंडल मार्च निकाला। पीपीसीसी के पूर्व प्रधान का यह कैंडल मार्च टाउन हाल स्थित डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा से शुरू हुआ और जलियांवाला बाग तक निकाला गया। इस दौरान सिद्धू ने पंजाब की आम आदमी पार्टी की सरकार को जमकर कोसा।
सिद्धू ने कहा कि प्रदेश सरकार को जानकारी थी कि कुछ संगठन ज्ञापन देने की बातें कर रहे हैं लेकिन पंजाब सरकार ने सुरक्षा के उचित प्रबंध नहीं किए और पटियाला की घटना हो गई। अगर सरकार ने धारा 144 लगाई होती तो पटियाला वाली घटना नहीं घटती। उन्होंने इसे मान सरकार की विफलता बताया और कहा कि भगवंत मान सरकार को बहुत ज्यादा अनुभव नहीं है।
उन्होंने कहा कि कुछ ताकतें पंजाब में शांति भंग करना चाहती हैं। जब भी किसी ताकत ने पंजाब को तोड़ने की कोशिश की तो हमेशा पंजाबियत उसकी ढाल बनकर सामने आई। हालांकि इस दौरान कांग्रेस प्रभारी हरीश चौधरी के पत्र के बारे में पूछे जाने पर वह सवाल को टाल दिया।
नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि पंजाबियत की ढाल हमें गुरुओं ने दी है। खालसा पंथ की स्थापना का मकसद भी ऊंच-नीच को खत्म करना था। पंजाब की सद्भावना को तोड़ने वालों को हमेशा मुंह की खानी पड़ी है। वोटों की राजनीति हो रही है और भय दिखाकर लोगों को बांटने का प्रयास किया जा रहा है। हम एक थे, एक हैं और एक ही रहेंगे