
लखनऊ: कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ओर से शनिवार (9 अप्रैल) को मायावती (Mayawati) पर दिए गए बयान पर बसपा सुप्रीमो ने प्रतिक्रिया दी है. मायावती ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में तंज कसते हुए कहा कि संसद में राहुल गांधी जबर्दस्ती पीएम मोदी के गले चिपक जाते हैं, लेकिन बीएसपी ये सब नहीं करती. इतना ही नहीं, मायावती ने कहा कि राहुल गांधी ने मेरी सरकार को बदनाम करने के लिए कभी पैदल मार्च किया तो कभी धरना दिया, लेकिन उन्होंने दूसरी सरकारों में ऐसा कुछ नहीं किया
मायावती ने कहा कि उनकी हालत खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे की तरह हो गई है. वह सिर्फ बीएसपी पर उंगली उठा रहे हैं. बीएसपी को लेकर कांग्रेस को 100 बार सोच समझकर बोलना चाहिए. साथ ही कहा कि कांग्रेस पार्टी का काम करने का अपना तरीका है. जब कोई मामला होता है, तो ये लोग गली कूचों में चले जाते है,
रोड पर बैठ जाते हैं, लेकिन हमारी पार्टी ये सब नहीं करती है. मायावती ने कहा कि कांग्रेस ने पिछला विधानसभा चुनाव सपा के साथ लड़ा था. तब भी बीजेपी को नहीं रोक पाई थी, इसका भी जवाब कांग्रेस को देना चाहिए. लिहाजा कांग्रेस दूसरी पार्टी के बारे में कुछ भी कहने से पहले खुद में झांक कर देखे. राहुल गांधी पहले अपना बिखरा हुआ घर संभालें
मायावती ने कहा कि राजीव गांधी ने भी बीएसपी को बदनाम और कमजोर करने के लिए कांशीराम को CIA का एजेंट बता दिया था. अब उन्हीं की राह पर चलकर राहुल गांधी भी इस तरह के गलत आरोप लगा रहे हैं कि मायावती बीजेपी की सेंट्रल एजेंसी से डरती हैं, जबकि इसमें रत्तीभर भी सच्चाई नहीं है.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार (9 अप्रैल) को यूपी चुनाव का जिक्र करते हुए कहा था कि मायावती ने इस बार चुनाव लड़ा ही नहीं है. हमारी तरफ से उन्हें गठबंधन का प्रस्ताव दिया गया था. हमने तो उन्हें ये भी ऑफर दिया था कि वे मुख्यमंत्री बन सकती हैं. लेकिन उन्होंने हमारे प्रस्ताव पर कोई जवाब नहीं दिया. राहुल गांधी ने कहा था कि मायावती को ईडी-सीबीआई का डर है, वह अब चुनाव लड़ना ही नहीं चाहती हैं