
रायपुर, छत्तीसगढ़ दिनांक 15 मई 2022। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) (JCCJ) के मुख्य प्रवक्ता अधिवक्ता भगवानू नायक ने राजस्थान के उदयपुर में कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित चिंतन शिविर पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा दोनों ही राष्ट्रीय राजनीतिक दल कांग्रेस और भाजपा का चाल-चरित्र एक जैसा है।
दोनों दलों को छत्तीसगढ़ियों की चिंता नहीं बल्कि अपने-अपने दल की चिंता है। इसलिए एक दल राष्ट्रीय स्तर पर चिंतन शिविर आयोजित कर रही है तो दूसरी दल फिर से कैसे सत्ता प्राप्ति करें उस पर जोर आजमाइश कर रही है। जबकि दोनों ही दल को अपने पार्टियों की चिंता करने के बजाय जनता की चिंता करना चाहिए जो वादा छत्तीसगढ़ की जनता से किया है उसे पूरा करना चाहिए लेकिन दोनों ही राष्ट्रीय दल को छत्तीसगढ़ की जनता के समस्याओं से कोई लेना देना नहीं है ।
साढ़े 18 वर्षों में छत्तीसगढ़ की जनता को लूटने का और ठगने का काम किया गया है जिसका खामियाजा 2023 के चुनाव में भुगतने को तैयार रहे। उन्होंने कहा 15 साल के भाजपा के कुशासन के बाद छत्तीसगढ़ की जनता ने कांग्रेस को सिर माथे में बैठाया लेकिन सत्ता प्राप्ति के साढ़े 3 सालों में कांग्रेस पार्टी अपने जनघोषणा पत्र के मुताबिक काम नहीं कर सकी,
विकास का एक ढेला भी कहीं नहीं रख सकी, गेड़ी, भौरा, सोंटा, बोरे बासी, गाय, गोठान, गोबर, गौमूत्र आदि छत्तीसगढ़ी संस्कृति के नाम पर छत्तीसगढ़ीयों को गुमराह करते हुए इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में कुछ भी नहीं किया और छत्तीसगढ को कई साल पीछे लेकर पीछे लेकर चले गई। छत्तीसगढ़ आज अपराध की चपेट में आ रहा है,
नशाखोरी में नंबर वन है, महंगाई चरम पर है, बेरोजगार रोजगार के लिए भटक रहे है, गरीब, मज़दूर किसानों की समस्या जस की तस बनी हुई है, नौकरी, भर्ती, नियमितीकरण का आंदोलन जारी है, छत्तीसगढ़ कर्ज के बोझ में दबता चला जा रहा है। ऐसे में दल की चिंता के बजाय जनता की चिंता पहली प्राथमिकता होनी चाहिए।
इससे स्पष्ठ है कि दोनों राष्ट्रीय दलों को छत्तीसगढ़ की जनता की कोई चिंता नहीं है, वर्तमान छत्तीसगढ में विकल्प के रूप में छत्तीसगढ़ की एक मात्र क्षेत्रिय राजनीतिक दल जनता कांग्रेस है जो छत्तीगढ़ीयों की चिंता भी करती है और उनकी लड़ाई भी लड़ती है